verse
औनी बौनी बेरियों के, बेर तू चखा दे
आये फिर लौट के वो, चस्का लागा दे
ओ सोणा रंग प्रेम का, तू इनपे चड़ा के
प्रेम कि ये पाठशाला, इनको पढा दे
verse
रह जायें ये तो तेरे बन के
ओ मित्रां, कर ले फ़तेह दिल पे
रह जायें ये तो तेरे बन के
ओ मित्रां, कर ले फ़तेह दिल पे
chorus
ओ मित्रां, कर ले फ़तेह दिल पे
ओ मित्रां, कर ले फ़तेह दिल पे
दिल की मुंडिर पर, पड़े थे रंग सारे
इक रंग चुनने मैंने, रंग दी दीवारें
कौड़ियों के मोल मिला, ऐसा रंग सोणा
उतरे ना चाहे, कोई कितना उतारे
verse
रंग रहना है ऐसे ही रंग में
ओ मित्रां, कर ले फ़तेह दिल पे
रंग रहना है ऐसे ही रंग में
ओ मित्रां, कर ले फ़तेह दिल पे
Writer(s): Shankar Mahadevan, Ehsaan Noorani, Aloysuis Peter Mendonsa, Niranjan Kannan Iyengar